भारत बनाम वेस्ट इंडीज़ : टेस्ट सीरीज़ का पहला दिन भारत के नाम
भारत और वेस्ट इंडीज़ के बीच खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच का पहला दिन समाप्त हो चुका है। अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जा रहा यह मुकाबला भारत के लिए खास रहा। वेस्ट इंडीज़ की पूरी टीम मात्र 162 रन पर सिमट गई और जवाब में भारत ने सिर्फ 2 विकेट खोकर 121 रन बना लिए। क्रिकेटप्रेमियों के लिए यह दिन रोमांच से भरा और यादगार साबित हुआ।
West indies vs India : गेंदबाज़ों का दबदबा
मैच की शुरुआत वेस्ट इंडीज़ ने टॉस जीतकर बल्लेबाज़ी करने के फ़ैसले से की। लेकिन भारतीय गेंदबाज़ों ने शुरू से ही मेहमान टीम को दबाव में रखा। Md Siraj (4/40) – अपनी तेज़ और सटीक गेंदबाज़ी से लगातार बल्लेबाज़ों को परेशान किया। पिछले एक साल में उन्होंने 30+ टेस्ट विकेट लिए हैं और अब भारत के मुख्य पेसर बन चुके हैं। Jaspreet Bumrah (3/42) – 150 से ज़्यादा टेस्ट विकेट का अनुभव रखते हैं और इस मैच में भी उन्होंने अपने कौशल का पूरा इस्तेमाल किया। Kuldeep Yadav (2 विकेट) – हाल के महीनों में कुलदीप की टेस्ट गेंदबाज़ी काफी निखरी है, और इस मैच में उन्होंने महत्वपूर्ण विकेट लिए। भारतीय गेंदबाज़ों की धारदार गेंदबाज़ी के सामने पूरी कैरेबियाई टीम मात्र 162 रन पर ढेर हो गई।
राहुल की दमदार पारी जवाब में भारत की बल्लेबाज़ी शुरुआत से ही मजबूत और संयमित रही। के.एल. राहुल ने शानदार बल्लेबाज़ी करते हुए नाबाद 53 रन बनाए और अपनी पारी से दर्शकों का दिल जीत लिया। दिन का खेल समाप्त होने तक भारत का स्कोर 121/2 रहा, यानी भारत अभी भी वेस्ट इंडीज़ से सिर्फ 41 रन पीछे है और मैच पर मज़बूत पकड़ बना चुका है।
हेड-टू-हेड रिकॉर्ड (India vs West Indies in Tests)
भारत और वेस्ट इंडीज़ के बीच अब तक 100 से अधिक टेस्ट मैच खेले जा चुके हैं। भारत ने इनमें से 23 टेस्ट मैच जीते हैं जबकि 47 मुकाबले ड्रा रहे। खास बात यह है कि भारत ने पिछले 31 सालों में घर पर वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ एक भी मैच नहीं गंवाया। आखिरी बार वेस्ट इंडीज़ ने भारत को 1994 में मोहाली टेस्ट में हराया था। पिछले 23 सालों से वेस्ट इंडीज़ भारत के खिलाफ जीत दर्ज नहीं कर पाया है और भारत की अपराजित स्ट्रीक अभी भी जारी है।
क्यों अहम है यह सीरीज़?
नई कप्तानी – शुभमन गिल पहली बार घरेलू मैदान पर भारत की टेस्ट टीम की कप्तानी कर रहे हैं।
वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप – इस सीरीज़ में जीत भारत को फाइनल की राह में बड़ी बढ़त दिला सकती है। अगर भारत दोनों मैच जीत लेता है, तो उसका रास्ता और साफ हो जाएगा।